मनोज मुंतशिर का जीवन परिचय | Manoj Muntashir Biography In Hindi
फिल्म आदिपुरुष से विवादों में आये गीतकार, संवाद लेखक मनोज मुंतशिर ने कई सफल गीत लिखे है उन्होंने बाहुबली जैसी अत्यधिक सफल फिल्म के संवाद भी लिखे वे सोशल मीडिया के माध्यम से कई सनातन धर्म की धार्मिक मान्यताओं पर ज्ञानवर्धन करते है मनोज मुंतशिर का जीवन परिचय | Manoj Muntashir Biography In Hindi में हम जानेगे उनके प्ररंभिक जीवन, करियर और पुरस्कारों और विवादों के विषय में
मनोज मुंतशिर का प्ररंभिक जीवन
मनोज मुंतशिर का जन्म उत्तरप्रदेश के अमेठी जिले के गौरीगंज में हुआ था पिता किसान थे साथ साथ पुरोहित का काम भी करते थे उनकी माँ स्कूल शिक्षिका थी .मनोज जब 9 साल के थे तब उनके पिता ने नौकरी छोड़ दी थी तब उनकी माँ ने स्कूल में पढ़ाना शुरू किया वे अपने माता पिता की एकलौती संतान है . मनोज को बचपन से ही लिखने का शौक था वे बताते है मैंने स्कूल जीवन से ही लिखना शुरू कर दिया था.
मनोज मुंतशिर की शिक्षा
लेखक मनोज मुंतशिर ने अपनी स्कूली शिक्षा गौरीगंज के एक कान्वेंट स्कूल और अमेठी के एचएएल स्कूल से प्राप्त किया है।
स्कूली शिक्षा के बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में दाखिला लिया और वहां से विज्ञान में स्नातक की शिक्षा को ग्रहण किया।
इसके साथ ही उन्हें बचपन से ही कविताएं, शायरियां आदि लिखने का शौक था और उनका मानना था कि बिना उर्दू के कविताएं नहीं लिखी जा सकती इसलिए उन्होंने पहले उर्दू भाषा का भी ज्ञान प्राप्त किया है।
मुंतशिर शब्द ही क्यों जुड़ा और क्या है मतलब?
मनोज मुंतशिर का असली नाम मनोज शुक्ला है मनोज मुंतशिर का जीवन परिचय | Manoj Muntashir Biography In Hindi में जानते है की गीतकार मनोज ने नाम में नया शब्द जोड़ने के लिए मुंतशिर शब्द को ही क्यों चुना और इसका मतलब क्या है? एक मीडिया इंटरव्यू में उन्होंने इसकी वजह भी बताई. वीडियो में होस्ट ने मनोज से इतना अलग तरह का सरनेम रखने की वजह पूछी तो उन्होंने इसका जवाब दिया. वह कहते हैं, मेरे नाम में मुंतशिर शब्द अचानक से जुड़ा है. मैं शायरी की तरफ झुक रहा था, मुझे एक पेन नेम की आवश्यकता थी. मेरे नाम में भारीपन नहीं था, इसलिए मैंने नाम में मुंतशिर शब्द को जोड़ा. इसका मतलब होता है बिखरा-बिखरा.
मनोज मुंतशिर का जीवन परिचय
नाम (Name) | मनोज मुंतशिर |
वास्तविक नाम (Real Name) | मनोज शुक्ला |
पेशा (Profession) | गीतकार, कवि, पटकथा लेखक |
जन्म (Date Of Birth) | 27 फरवरी 1976 |
जन्म स्थान (Birth Place) | गौरीगंज, अमेठी जिला, उत्तर प्रदेश |
जाति (Cast) | ब्राह्मण |
धर्म (Religion) | हिंदू |
उम्र (Age) | 47 वर्ष (2023 के अनुसार) |
नागरिकता (Nationality) | भारतीय |
गृह नगर (Home Town) | गौरीगंज ,अमेठी, उत्तर प्रदेश |
पिता का नाम (Father’s Name) | शिव प्रताप शुक्ला |
माता का नाम (Mother’s Name) | प्रेमा शुक्ला |
शैक्षिक योग्यता (Education) | विज्ञान में स्नातक |
शौक (Hobbies) | पढ़ना, लिखना ,यात्राएं करना |
पत्नी (Wife) | नीलम मुंतशिर |
मनोज मुंतशिर का करियर
मनोज मुंतशिर ने करियर की शुरुआत आल इंडिया रेडियो में लेखक के तौर पर इलाहबाद से की थी इसके बाद उन्होंने मुंबई जाने की ठानी और पिता से 3००० रुपये मांगे पर उन्हें 7००० रुपये यह कहकर दिए की इसमें लौटने का किराया भी है इस तरह मनोज मुंबई पहुँच गए मनोज भारतीय गायक और संगीतकार अनूप जलोटा से मिले , जिन्होंने उनसे उनके लिए एक भजन लिखने को कहा।
हालाँकि उन्होंने इससे पहले कभी कोई भजन नहीं लिखा था, फिर भी उन्होंने यह प्रोजेक्ट ले लिया क्योंकि उन्हें पैसों की ज़रूरत थी। भजन लिखने के बाद, अनूप ने उन्हें रुपये का चेक दिया। 3000, जो मुंबई में उनका पहला वेतन था। 2004 में, उन्हें फिल्म ‘रंग रसिया’ के लिए गाने लिखने का काम सौंपा गया था, लेकिन कुछ समस्याओं के कारण, फिल्म लगभग एक दशक बाद 2014 में रिलीज़ हुई।
इसके साथ ही वर्ष 2005 में ही उन्होंने एक गीतकार के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी और मनोज एक विलन, बाहुबली द: बिगिनिंग, जय गंगाजल, रुस्तम, एम एस धोनी द : अनटोल्ड स्टोरी, हाफ गर्लफ्रेंड और बाहुबली 2 द: कंक्लुजन जैसी फिल्मों के शानदार गीतों को लिख चुके हैं।
मनोज मुंतशिर सम्मान एवं पुरस्कार
मनोज मुंतशिर को कई सम्मान एवं पुरस्कारों से नवाजा भी जा चुका है जिसमें फिल्म एक विलेन 2015 के गीत गलियां के लिए सर्वश्रेष्ठ गीत के लिए अरब इंडो बॉलीवुड अवार्ड शामिल है। इसके साथ ही इंडियन टेलीविजन अवार्ड फॉर बेस्ट स्क्रिप्ट (नॉन-फिक्शन) शो ‘इंडियाज गॉट टैलेंट’ (2014) के लिए मिर्ची म्यूजिक अवार्ड्स। फिल्म हॉफ गर्लफ्रेंड (2014) से फिर भी तुमको चाहूंगा के लिए सर्वश्रेष्ठ गीत के लिए श्रोताओं की पसंद का पुरस्कार। फिल्म एक विलेन (2015) के लिए श्रोताओं की पसंद का एल्बम। फिल्म एक विलेन (2015) के गीत गलियां के लिए सर्वश्रेष्ठ गीत अवार्ड्स।
फिल्म बाधासाहो (2015) के गाने तेरे रश्के कमर के लिए सर्वश्रेष्ठ गीत के लिए द इंडियन आइकन फिल्म अवार्ड्स। 2016 में फिल्म रुस्तम के गलत तेरे संग यारा के लिए सर्वश्रेष्ठ गीत हंगामा सर्फर्स च्वाइस अवार्ड। फिल्म कबीर सिंह (2019) के लिए एल्बम के लिए श्रोताओं की पसंद का पुरस्कार। फिल्म केसरी (2019) के लिए क्रिटिक्स अवार्ड ऑफ द ईयर IIFA अवार्ड्स शामिल है।
मनोज मुन्तशिर से जुड़े विवाद
2020 में, फिल्म “केसरी” (2019) का गीत ‘तेरी मिट्टी’ को बेस्ट लिरिक्स श्रेणी में फिल्मफेयर अवार्ड्स के लिए फिल्म ‘गली बॉय’ (2019) के ‘अपना समय आयेगा’ के साथ नामांकित किया गया था। श्रेणी के सभी नामांकन में से, ‘अपना समय आया’ को अवार्ड दिया गया , जिससे मनोज दुखी हो गए और उन्होंने सभी पुरस्कार शो का बहिष्कार करने का फैसला किया। अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स के माध्यम से अपनी निराशा को व्यक्त करते हुए और घोषणा करते हुए,
उन्होंने लिखा कि वह ‘तेरी मिट्टी’ से बेहतर गीत नहीं लिख पाएंगे और वे (फिल्मफेयर) उन गीतों को सम्मान देने में असफल रहे, जो भारतीयों की आत्मा तक पहुंचे। उन्होंने आगे कहा कि वह अपनी अंतिम सांस तक किसी भी अवार्ड शो में शामिल नहीं होंगे क्योंकि यह उनकी कला का बहुत बड़ा अपमान होगा अगर वह इस तरह के अवार्ड शो की देखभाल करते रहे।
दूसरा विवाद फिल्म आदिपुरुष की रिलीज़ के समय हुआ जब मनोज मुंतशिर द्वारा संवाद जो की श्री हनुमान जी तथा अन्य किरदारों पर फिल्माए गए जो रामायण पर आधारित फिल्म आदिपुरुष है का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे है पर हुआ जिससे मनोज मुंतशिर की छवि को भरी नुकसान हुआ और विवाद को बढ़ाता देख उन्हें पुलिस सुरक्षा लेनी पड़ी
मनोज मुंतशिर हमेशा राष्ट्रवाद पर अपनी वेबाक राय जनता के सामने रखते रहे वे एक बेहतरीन गीतकार ,पटकथा लेखक ,संवाद लेखक के साथ साथ एक कुशल वक़्ता भी है मनोज मुंतशिर का जीवन परिचय | Manoj Muntashir Biography In Hindi में हमने उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं को सम्मलित करने की कोशिश की उम्मीद है आपको पसंद आया होगा अपनी राय जरूर दे धन्यवाद