3 प्रेरक कहानियाँ में हम ऐसी कहानियों को सम्मलित कर रहे है , जो हमें समर्पण , अवसर और धैर्य के बारे में बताती है, और ये भी बताती की कैसे हम इस को अपनाकर जिंदगी में सफल हो सकते है | कहानियाँ हमेशा से ही जनमानस में शिक्षा और संस्कारो को सीखने, जानने और जीवन में अपनाने में सदा ही सहयक रहे है और आगे भी रहेंगे |यहाँ ३ कहानियाँ इसी उद्देश्य से आपके लिए प्रेषित की जा रही है | पढ़े और आनंद ले |
1.धैर्य की कहानी:
एक पुराने समय की बात है, एक गांव में एक गरीब किसान रहता था। उसका नाम रामू था। रामू बहुत मेहनती और ईमानदार आदमी था। वह अपने छोटे से खेत में दिन भर मेहनत करता था और भगवान से बस एक ही प्राथना करता था – उसके परिवार को सुख समृद्धि से भरा हुआ जीवन दे | एक दिन, रामू की खेत में अचानक तेज बारिश होने लगी। बारिश इतनी तेज थी कि उसके सभी फसल बर्बाद हो गई। रामू का मन बहुत उदास हो गया, परन्तु उसने हार नहीं मानी।
वह फिर से नई फसल उगाने की तैयारी करने लगा। एक दिन, रामू के खेत में एक सब्ज़ी विक्रेता आया। विक्रेता रामू से पूछने लगा, “तुम्हारी फसल बर्बाद हो गई और अब भी तुम यहाँ काम क्यों कर रहे हो? क्यों बेकार में मेहनत कर रहे हो|
रामू ने धैर्य से उत्तर दिया, “जी महाशय, मेरा विश्वास है कि भगवान ने इस वक्त मुझे यहाँ काम करने के लिए भेजा है। मेरी ईमानदारी और मेहनत के आधार पर उन्होंने मुझे आज तक कभी नहीं छोड़ा है और नहीं छोड़ेंगे।”
विक्रेता बहुत प्रभावित हुआ और रामू की सच्ची निष्ठा को देखकर उसने रामू को कुछ धान दे दिया।
धैर्य और मेहनत से रामू ने धान की खेती की और उसके फलस्वरूप उसे अधिक मुनाफा हुआ। उसका व्यापार इतना चला कि उसके जीवन में खुशहाली आने लगी। रामू ने आर्थिक रूप से विशाल संपत्ति बना लिया और अपने परिवार को खुशियों से भर दिया।
निष्कर्ष : यह कहानी हमें धैर्य, समर्पण, और विश्वास की महत्वता सिखाती है। जब हम अपने सपनों को खो देने के बावजूद भी हार नहीं मानते, तो भगवान की कृपा हमेशा हमारे साथ बनी रहती है और हमारे सपने पूरे होते हैं। इसलिए, हमें आत्मविश्वास रखकर अपने काम में धैर्य और लगन से काम करना चाहिए।
2समर्पण की कहानी:
एक बुढ़िया जो कुछ उसके पास होता सभी भगवन पर चढ़ा देती। यहां तक कि सुबह वह जो घर का कचरा वगैरह फेंकती, वह भी घूरे पर जाकर कहती: तुझको ही समर्पित।
लोगों ने जब यह सुना तो उन्होंने कहा, यह तो हद हो गई ! फूल चढ़ाओ, मिष्ठान चढ़ाओ|कचरा ?
एक साधु गुजर रहा था, उसने देखा और सुना कि वह बुढ़िया घूरे पर गई , उसने जाकर सारा कचरा फेंका और कहा: हे प्रभु, तुझको ही समर्पित! उस साधु ने कहा कि अम्मा , ठहरो ! मैंने बड़े—बड़े संत देखे,तू यह क्या कह रही है ? बुढ़िया ने कहा, मुझसे मत पूछो; उससे ही पूछो। जब भगवन को सब दे दिया तो कचरा क्या मैं बचाऊं ? मैं ऐसी नासमझ नहीं। उस साधु ने उस रात एक स्वप्न देखा कि उसे स्वर्ग ले जाया गया है।
भगवान के सामने खड़ा है। स्वर्ण—सिंहासन पर भगवन विराजमान है। सुबह हो रही है, सूरज ऊग रहा है, पक्षी गीत गाने लगे—सपना देख रहा है—और तभी अचानक एक टोकरी भर कचरा आ कर भगवान के सिर पर गिरा और साधु ने कहा कि यह बुढ़िया एक दिन भी नहीं चूकती! साधु ने कहा कि मैं जानता हूं
इस बुढ़िया को। कल ही तो मैंने इसे देखा था और कल ही मैंने उससे कहा था कि यह तू क्या करती है? लेकिन घंटे भर वहां रहा साधु , वह बहुत—से लोगों को जानता था जो फूल चढ़ाते हैं,मिष्ठान्न चढ़ाते हैं, वे तो कोई नहीं आए। उसने भगवान से पूछा कि फूल चढ़ाने वाले लोग भी हैं|सुबह से ही आपको फल और फूल चढ़ाते है पर आपपर फूल आदि तो गिरे नहीं फिर ये कचरा क्यों ?भगवान ने उस साधु को कहा,
जो सच्चे मन से मुझपर चढ़ाता है वही मुझ तक पहुँचता है , और जो आधे अधूरे मन से चाहे बहुमूल्य वास्तु भी चढ़ा दे मुझ तक नहीं पहुँचती | इस स्त्री ने सब कुछ चढ़ा दिया है, वह कुछ नहीं रखती अपने पास यहाँ तक की कचरा भी मुझपर समर्पित कर देती है ,मुझतक पहुँचने के लिए
निष्कर्ष : इस कहानी से शिक्षा मिलती है की समर्पण के बिना किसी भी कार्य को पूरा नहीं किया जा सकता है |छाए ईश्वर के भी पाना है तो समर्पण जरुरी है इसलिए किसी भी कार्य को समर्पण से करे |
3.अवसर की कहानी:
एक समय की बात है, एक गांव में एक गरीब लड़का रहता था। वह बहुत ही बुद्धिमान और मेहनती था, लेकिन उसके पास पढ़ाई के लिए सामग्री नहीं थी।
एक दिन एक व्यापारी गांव में आया और लड़के को देखा। उसने लड़के की मेहनत को देखा और उसे एक पेन कुछ किताबे दिला दी । व्यापारी ने कहा, “यह पेनऔर किताबे तुम्हारे लिए एक अवसर है। तुम इसका उपयोग लिखने और पढ़ने के लिए कर सकते हो और पढ़ाई करके आगे बाद सकते हो |चाहता तो मै तुम्हे पैसे भी दे सकता था किन्तु मै तुम्हारी लगन को देखकर तुम्हे अवसर देना चाहता था |
गरीब लड़का बहुत खुश हुआ और उसने पेन का उपयोग करके बहुत मेहनत की और पढ़ाई करने में सफल हुआ। बाद में वह अपनी पढ़ाई के बाद एक महान वैज्ञानिक बन गया।
निष्कर्ष : यह कहानी हमें दिखाती है कि हमें अवसरों को पहचानने की जरूरत होती है। जब हमें अवसर मिलता है, तो हमें उसे समय पर पहचानना और उसका उपयोग करना चाहिए।
३ प्रेरक कहानियाँ में हम ऐसी कहानियों को सम्मलित किया है ,जो प्रेरणा देती की कैसे हम परिस्थियों के साथ सामंजस्य स्थापित कर जीवन को बेहतर बना सकते है |उम्मीद है आपको पसंद आयी होगी आपका सुझाव और मार्गदर्शन आवश्यक दे |
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